>आप रफी साहब का गाया अंग्रेजी गीत तो कबाड़खाना और अल्पना जी के ब्लॉग व्योम के पार पर सुन चुके हैं पर क्या आपने यह गीत सुना है?
the she i love is the beautyfull- beautyfull dream come true
i love her love love love her…
जी हां रफी साहब ने Although We Hail from Different Land के अलावा यह अंग्रेजी गीत भी गाया हुआ है। यह गीत हम काले हुए तो क्या हुआ दिलवाले हैं की तर्ज पर ढ़ला हुआ है, लीजिये सुनिये।
http://sagarnahar.googlepages.com/player.swf
Download Link
इस गीत के बारे में ज्यादा जानकारी उप्लब्ध नहीं है, शायद मूर्ति साहब कुछ मदद करें, सुन रहे हैं ना मूर्ति साहब?
PN Subramanian said,
March 19, 2009 at 4:31 am
>बहुत ही सुन्दर. यदि आप इसका डाउनलोड लिंक देते तो मजा आ जाता.आभार.
मोहिन्दर कुमार said,
March 19, 2009 at 5:47 am
>नाहर जी.. रफ़ी जी का एक नया रूप दिखाने/सुनवाने के लिये आभार
दिलीप कवठेकर said,
March 19, 2009 at 3:27 pm
>वाह सागर जी , बहुत अच्छा गीत लाये है.जब ये गीत रिलीज़ हुआ था तो एक EP Record पर एक तरफ़ ये गीत और दूसरे ओर Although we hail from different Lands गीत था जो हमारे पास था और एक दिन टूट गया.अब आप इसे भेज दें मेल से तो मेहरबानी होगी!!
महेन said,
March 19, 2009 at 5:47 pm
>वाह जी… रफी साहब के रंग ख़त्म ही नहीं होने को आते.
राज भाटिय़ा said,
March 19, 2009 at 6:11 pm
>मेने यह सुंदर गीत पहली बार सुना, बहुत ही अच्छ लगा.धन्यवाद
नितिन व्यास said,
March 20, 2009 at 11:08 am
>सुन्दर! लेकिन शायद ओरिजिनल हि्दी गीत तो सुनने का बाद ये कापी वर्जन ही लगता है।
Dr Prabhat Tandon said,
March 21, 2009 at 1:17 am
>वाह कमाल है , आप का भी और रफ़ी साहब का भी !! सागर भाई , कहाँ से ढूँढ लाये इस नायाब हीरेद्वारा गाये इस गीत को !
mamta said,
March 21, 2009 at 6:56 am
>मजा आ गया इस नायाब गीत को सुनकर ।
MUFLIS said,
March 28, 2009 at 3:33 am
>Rafi sahab ka ye geet pehle bhi kabhi suna thatarz wohi “hm kaale hai to kya hua…”ek aur geet bhi suna tha jo is geet ki tarz pr tha …”baharo phool barsaao…”lafz poore yaad nahi aa rahe haiN.khair khoobsurat prastuti ke liye aabhaar.—MUFLIS—